जहाँ रूप, सौंदर्य या श्रृंगार का वर्णन होता है वहां लावण्य शब्द का अवश्य प्रयोग मिलता है। लावण्य शब्द स्वयं इतना लावण्यमयी है कि हिंदी , संस्कृत की समृद्ध शब्दावली के अतिरिक्त इसका समानार्थी अन्य किसी भाषा में संभवतया उपलब्ध नहीं है।
लवण का अर्थ होता है नमक । अतः लावण्य का अर्थ हुआ नमकीन । इसलिए किसी सुन्दर युवती के मुख का जो नमकीनपन है ,वही लावण्य है । "माधुर्य सौंदर्य की मिठास है और लावण्य सौंदर्य का नमक ।"
2 Comments
Purva
2/11/2015 05:58:16 pm
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devashish shastri
2/11/2015 07:07:29 pm
अपूर्व अर्जन ज्ञान का।
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March 2017
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